सियासत | 2-मिनट में पढ़ें
यूपी नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर कोर्ट को जो कहना था उसने कह दिया...
यूपी में नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. कोर्ट का फैसला सरकार पर अनेकों अंगुलियां उठाने को मजबूर करता है. इसका सबसे बड़ा कारण है, सरकार द्वारा आरक्षण लागू करने से पहले ट्रिपल टेस्ट फॉर्मूले को सिरे से ख़ारिज करना.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
उजड़े हुए रविंद्रालय को आबाद करने का प्रयास...
लखनऊ के रंगमंच का मरकज रविंद्रालय कभी अपनी कलात्मक गतिविधियों से गुलज़ार रहता था, बरसों से यहां के कपाट बंद पड़े हैं, अब ये खुल जाएंगे. जिसका मंच देश के हर बड़े कलाकार से गुलज़ार हुआ, जिसकी कुर्सियां देश के कई प्रधानमंत्रियों, मुख्यमंत्रियों से सुशोभित हुईं. आज रवीन्दालय के मंच को बुनियादी जरूरते़ लाइट-साउंड और ढंग का पर्दा भी नसीब नहीं है.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
यूपी सरकार 3 मरे या 1621 ये मत बताइये, बस ये बताइये क्यों मरे?
उत्तर प्रदेश सरकार और राज्य के शिक्षक संघ के बीच जो जंग जारी है वो उत्तर प्रदेश की ओछी राजनीति का पूरा सबूत देता फिर रहा है. सबकुछ आंकड़ों में ही छिपा हुआ है, संघ हो या सरकार दोनों ही अपने मुंह मियां राम बनते नज़र आ रहे है जबकि दोनों को मुस्तैद होकर काम करना चाहिए ताकि सच सामने आ सके, और जरूरतमंद परिवारों का कुछ ही सही मगर बोझ हल्का हो सके.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
मौत ने गांव देख लिए हैं प्रधानमंत्री जी, मिर्जापुर की कहानी पढ़िए...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह अपील- कोरोना महामारी की सुनामी को गांवों तक पहुंचने से रोकना है, पूरी तरह बेअसर है. इस दिशा में कम से कम यूपी की सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया. जबकि गांव भी महामारी की चपेट में आ चुके हैं. बस भयावह स्थिति सरकारी रिकॉर्ड में नहीं दिख रही.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
मोदी-शाह किसान आंदोलन पर जो सोचें, योगी आदित्यनाथ ने अपना काम शुरू कर दिया
दिल्ली में किसानों द्वारा की गई हिंसा ने योगी आदित्यनाथ को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसानों का विरोध प्रदर्शन खत्म करने का मौका दे दिया. बताया जा रहा है कि गाजीपुर बॉर्डर पर गाजियाबाद नगर निगम ने पानी व बिजली के साथ अन्य सुविधाएं बंदकर दी गई हैं.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
विकास दुबे एनकाउंटर में पुलिस को 'क्लीन चिट', अभी भी खड़े हैं कई अहम सवाल
यूपी में अपराध और अपराधी कम हुए हैं, लेकिन पुलिस की कार्यशैली जस की तस है. गरीब आदमी पुलिस-थाना जाने से पहले सौ बार सोचता है. हालांकि, यह सभी जगहों का हाल नहीं है. फिर भी ऐसी स्थितियां क्यों बन गई हैं, पुलिस प्रशासन को इस पर विचार करना चाहिए.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें







